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यदि हम अमर हो गए तो हम फिर से नश्वर होना चाहेंगे

मैं जो देखता हूं, पढ़ता हूं और सुनता हूं उससे अपनी धारणा बनाता हु।

Birth is one line and death is another

The ashes of fire becomes the earth

मैं वो हूं जो अस्तित्व में नहीं है

मेरे सारे रूप झूठे, झूठी है मेरी परछाई

मेरी रूह खो चुकी है और मैं अपने अंदर से लापता हूं।

मैं एक इंसान के शरीर में लिखा हुआ उपन्यास हूं

कलम से निकली स्याही

थक चुका हूं मैं

न ही डिब्बे के अंदर और न ही बाहर

I AM therefore I express